आने वाला समय नवीनीकरण का व अनुसंधान का है: बोधराज सीकरी
एसजीटी यूनिवर्सिटी में सिनर्जी 2024 कार्यक्रम में कही यह बात
गुरुग्राम। एसजीटी यूनिवर्सिटी में सिनर्जी-24 के 7वें संस्करण में एनसीआर के 300 से अधिक स्कूल और कॉलेज से 22000 से अधिक विद्यार्थियों ने 220 से अधिक प्रोजेक्ट प्रदर्शित किए। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी बोधराज सीकरी ने मैनेजमेंट ट्रस्टी मनमोहन सिंह चावला की कार्यशैली की प्रशंसा की।
अपने संबोधन में बोधराज सीकरी ने कहा कि आज का युवा ऊर्जा से लबालब भरा है। उसमें तकनीकी प्रतिभा भी है। उसे उत्साहित करने के लिए बड़ों के अनुभव की आवश्यकता है। हमारा राष्ट्र विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर हो रहा है और इस निमित्त युवा का योगदान इस कार्य को पूरा कर सकता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को, उद्योग जगत को इस मामले में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना चाहिए। बोधराज सीकरी ने कहा कि वित्त मंत्री ने कोविड के बजट में अपने बजट को छह स्तंभ पर खड़ा किया था। पहला स्तंभ था-स्वास्थ्य से संबंधित और अंतिम स्तंभ था इनोवेशन रिसर्च और डेवलपमेंट। अत: आने वाला समय नवीनीकरण व अनुसंधान का है। विकसित भारत के लिए ज्ञान जो हमारे देश में भरा पड़ा है, उसको विज्ञान में परिवर्तित करना होगा जो असंभव नहीं है। बोध राज सीकरी ने उद्योग और एकेडमियों के आपसी समन्वय की आवश्यकता पर भी बल दिया। हरलीन कौर आईएएस दिल्ली के राज्यपाल की विशेष सचिव का दृष्टिकोण कौशल यानी स्कीलिंग पर था। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने धारावाहिक भाषण से प्रभावित किया। बोधराज सीकरी एवं श्रीमती हरलीन कौर ने यूनिवर्सिटी के चांसलर राम बहादुर राय, मैनेजमेंट ट्रस्टी मनमोहन चावला, वाइस चांसलर मदन मोहन चतुर्वेदी और प्रो. वाइस चांसलर डॉक्टर अतुल नासा के साथ मिलकर विद्यार्थियों को अवार्ड वितरित किए।
