कांग्रेस व भाजपा के दिग्गजों ने बागियों को मनाने में लगाया जोर

कांग्रेस व भाजपा के दिग्गजों ने बागियों को मनाने में लगाया जोर

मुख्यमंत्री नायब सैनी व पूर्व सीएम हुड्डा ने खुद मोर्चा संभाला
चंडीगढ़।हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को नाम वापसी के अंतिम दिन कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी के दिग्गजों ने बागियों को मनाने के लिए पूरा जोर लगा दिया। दोनों दलों में करीब आधा दर्जन बागी ही नाम वापसी के लिए राजी हुए जबकि दर्जनों की संख्या में बागी नेता अभी भी कांग्रेस व भाजपा के अधिकारिक प्रत्याशियों के लिए सिरदर्दी बने हुए हैं। बागियों को मनाकर पार्टी प्रत्याशियों के हित में बिठाने के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी तथा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा खुद मोर्चा संभाले हुए हैं।
टिकट वितरण के बाद कांग्रेस के 36 और भाजपा के 33 बागियों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन किया था। सोमवार सुबह मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सोनीपत में पूर्व मंत्री कविता जैन और उनके पति राजीव जैन को मना लिया है। जिसके बाद राजीव जैन ने नामांकन वापस ले लिया।
पानीपत शहरी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रही पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी को मनाने के लिए ग्रामीण सीट से भाजपा उम्मीदवार एवं पूर्व मंत्री महिपाल ढांडा उनके आवास पर पहुंचे। उन्होंने रेवड़ी से नामांकन वापस लेकर भाजपा को समर्थन देने की बात कही। यहां रोहिता रेवड़ी ने ढांडा को दो टूक जवाब दिया कि हम जीत रहे हैं, नामांकन वापस नहीं लेंगे।
करनाल जिले की इंद्री विधानसभा सीट से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के उम्मीदवार पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। सैनी ने कहा कि समाज के लोगों के कहने पर यह फैसला लिया गया है। भिवानी जिले की बवानी खेड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के बागी रामकिशन फौजी ने भी सोमवार को नामांकन वापस ले लिया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के अधिकारिक प्रत्याशी प्रदीप नरवाल को समर्थन दिया है।
महेंद्रगढ़ जिले की नांगल चौधरी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार सतीश सैनी ने अपना नामांकन वापस लेकर भाजपा उम्मीदवार अभय सिंह यादव को समर्थन दिया है। महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा सीट पर कांग्रेस के बागी हेमंत शर्मा ने अपना नामांकन वापस लेकर भाजपा उम्मीदवार आरती राव को समर्थन दिया है।
नारनौल में भाजपा से बागी भारती सैनी ने भी नामांकन वापस ले लिया है। एक दिन पहले नायब सैनी उन्हें मनाने के लिए गए नारनौल गए थे, लेकिन भारती सैनी ने उन्हें बैरंग लौटा दिया था।
इस बीच हिसार में भाजपा की महिला मोर्चा की पूर्व प्रधान गायत्री देवी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में कांग्रेस जॉइन कर ली है।
वहीं कांग्रेस में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा नेताओं को मनाने में जुटे हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को दावा किया कि हमारे अधिकांश नेता पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में नाम वापस लेने के लिए सहमत हो गए हैं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक नलवा से वरिष्ठ नेता संपत सिंह, हांसी से प्रेम सिंह मलिक और अंबाला से जसबीर मलौर के पीछे हट गए हैं। अंबाला में चल रही अंदरूनी कलह के कारण कांग्रेस का जनाधार कम न हो, इसके लिए 2 ऑब्जर्वर की टीम भी अंबाला भेजी गई। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने अंबाला में कांग्रेस के बागी जसबीर मलौर और निर्मल सिंह के घर भी पहुंचे, जो निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसके बाद दीपेंद्र ने निर्मल सिंह और जसबीर मलौर से हाथ मिलवाया।

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