गुरुग्राम (राकेश भट्ठी)। आज के भौतिकतावादी और चकाचौंध के युग में केवल अंग्रेजी या किसी भी अन्य भाषा को ही अपनी तरक्की और स्टेट्स का आधार मानना पूर्णतया गलत है। हमें यह समझ लेना चाहिए कि भाषा केवल हमारे विचारों के आदान-प्रदान का माध्यम है। यह बात राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फर्रूखनगर के प्राचार्य जितेंद्र यादव ने मंगलवार को विद्यालय में हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि भाषा तरक्की या स्टेटस का माध्यम नहीं है। उन्होंने बताया कि भाषा के माध्यम से प्राप्त किया गया ज्ञान हमारे विकास और ज्ञानार्जन का सूचक है। विद्यालय में मंगलवार को हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत खंड स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर खंड में आने वाले विद्यालयों के उन विद्यार्थियों ने भाग लिया, जो हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत विद्यालय स्तर पर कराई गई नौ विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पर रहे थे। विभिन्न विद्यालय से आने वाले प्रतिभागियों का अलग-अलग प्रतियोगिताओं के वर्गानुसार नामांकन किया गया। सरस्वती वंदना और स्वागत गीत के माध्यम से समस्त आगंतुकों का स्वागत, अभिनंदन व आभार व्यक्त किया गया। इसके साथ ही यह भी संदेश दिया गया कि कोई भी स्वागत या संस्कार की जब बात आती है तो वह हिंदी अथवा संस्कृत भाषा में ही हम करते हैं। नामांकन और स्वागत के पश्चात पहले से ही निश्चित अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग प्रतियोगिता का संचालन विद्यालय के विभिन्न प्राध्यापकों व अध्यापकों ने कराया। इस अवसर पर डाइट गुरुग्राम से इंदु बाला व संदीप वर्मा बीआरपी ने विद्यालय में आयोजित प्रतियोगिताओं का निरीक्षण व अवलोकन किया। हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत कराई गई इन सभी प्रतियोगिताओं का उद्देश्य पूरे प्रदेश भर में हिंदी भाषा का विकास, प्रचार, प्रसार, इसकी वैज्ञानिकता और सटीकता को दृष्टि गोचर करना है।
