…ओ नणदी के बीरा गीत में हरियाणवी के साथ लगा पंजाबी तड़का
सरस मेले में कलाकारों की धमाकेदार प्रस्तुति को दर्शकों ने सराहा
कलाकार रामकेश ने अपने पारंपरिक हरियाणवी अंदाज में किया मनोरंजन
गुरुग्राम (राकेश भट्ठी)। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत गुरुग्राम में आयोजित किए जा रहे सरस मेले में आयोजित की जा रही सांस्कृतिक संध्या में पहुंचे कलाकारों ने जब हरियाणवी संस्कृति का स्वैग (एटीट्यूड) दिखाया तो उपस्थित दर्शकों ने जमकर तालियां व सीटियां बजाते हुए उनका मनोबल बढ़ाया। बच्चे हो, युवा हो या बुजुर्ग सभी इस दौरान झूमते नजर आए।
सरस मेले में हरियाणवी कलाकार आशु किंग, बंटी किंग हरियाणा ने जब अपने पॉप हरियाणवी गीतों का जलवा मंच पर बिखेरा तो दर्शकों ने न केवल जमकर तालियां बजाई, बल्कि दर्शक अपनी सीटों पर खड़े होकर डांस भी करते नजर आए। हाय खटक गया सूट तेरा काला गीत पर जब कलाकारों ने प्रस्तुति दी तो लोगों ने जमकर तालियां बजाते हुए वंस मोर कहते हुए दोबारा प्रस्तुति देने की पेशकश की। इसी प्रकार इन कलाकारों ने हरियाणवी पॉप का अलग ही अंदाज प्रस्तुत करते हुए हरियाणा सरनेम सै, ड्रीम ब्वॉय रखे स्वाग ओके, डीजे वाली कार है, पिटबुल 4 है, हरियाणे में आग लगाई पर लोगों ने जमकर हरियाणवी अन्दाज में किलकियां मारकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। हरियाणवी कलाकार अध्यापक ने अपने अलग ही अंदाज में हरियाणवी रैप गाते हुए दर्शकों को मंच पर बुलाकर नाचने की अपील की और रैप गाते हुए अपने अंदाज में कहा कि-पब्लिक न म्हारै साथ नाचण द्यो। इसी प्रकार जब हरियाणवी कलाकारों ने ओ नणदी के बीरा गीत में हरियाणवी और पंजाबी भाषा का तड़का लगाया तो लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाई। हरियाणा कला परिषद कुरुक्षेत्र से अपनी प्रस्तुति देने पहुंचे रामकेश जीवनपुरिया ने भी अपनी प्रस्तुति से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। उनकी प्रस्तुति जमाना रंग बदलता है, पहले वाली दवा रही ना पहले वाला पानी, बचपन, हवा बिकने लगी को लोगों ने खूब पसंद किया। उन्होंने अपनी प्रस्तुति में पारंपरिक वाद्य यंत्रों बैंजु, ढोलक व पैड का इस्तेमाल करते हुए अपने अनूठे अंदाज में प्रस्तुति दी।