सरस आजीविका मेेले में महिलाओं को बताए गए मार्केटिंग के गुरगुरुग्राम (ईश्वर प्रकाश शर्मा)। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित व राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान द्वारा समर्थित सरस आजीविका मेला 2024 में राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) दिल्ली शाखा द्वारा एक महत्वपूर्ण सत्र का आयोजन किया गया। जिसका विषय सोशल मीडिया मार्केटिंग ऑफ एसएचजी प्रोडक्ट्स था।
इस सत्र का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की डिजिटल प्लेटफॉम्र्स के माध्यम से मार्केटिंग को प्रोत्साहित करना था, ताकि सवयं सहायता समूह की लखपति दीदियां अपने उत्पादों को व्यापक बाजार में सफलतापूर्वक प्रस्तुत कर सकें। इस सत्र में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान नई दिल्ली से रितिका अग्रवाल मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद रहीं। रितिका अग्रवाल ने सोशल मीडिया के विभिन्न पहलुओं और इसकी मार्केटिंग रणनीतियों पर गहन जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज के युग में सोशल मीडिया एक शक्तिशाली उपकरण बन गया है, जो न केवल उत्पादों की बिक्री बढ़ाने में सहायक है, बल्कि ब्रांड की पहचान बनाने और ग्राहक आधार को विस्तार देने में भी अहम भूमिका निभाता है।
रितिका अग्रवाल ने स्वयं सहायता समूह की महिलओं को यह भी बताया कि वे कैसे कम लागत में सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, और यूट्यूब का इस्तेमाल कर अपने उत्पादों को प्रमोट कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने डिजिटल कंटेंट क्रिएशन, पोस्टिंग समय का प्रबंधन, ऑडियंस इंगेजमेंट, और ऑनलाइन बिक्री प्लेटफार्मों के माध्यम से व्यापार बढ़ाने की तकनीकों पर भी प्रकाश डाला।
सत्र के दौरान रितिका अग्रवाल ने डिजिटल मार्केटिंग के लाभों के बारे में भी चर्चा की उन्होंने बताया की सोशल मीडिया के जरिये छोटे व्यवसायों के लिए नए ग्राहक तक पहुंचना आसान होता है। यह कम लागत में भी प्रभावी प्रचार का माध्यम है। सोशल मीडिया का उपयोग कर स्॥त्र उत्पादों की ब्रांडिंग कैसे की जाए, ताकि स्थानीय से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक उत्पादों की पहचान बनाई जा सके। सही ऑडियंस तक पहुंचने और ग्राहक इंगेजमेंट को बढ़ाने के लिए डिजिटल मार्केटिंग के नए तरीके अपनाने की जानकारी दी गई। इसके साथ ही स्वयं सहायता ग्रुप की लखपति दीदियों को डिजिटल युग में व्यापार के महत्व और ऑनलाइन बिक्री बढ़ाने की रणनीतियों से अवगत कराया गया।
