जैविक व अजैविक भागों में बांटे घरों का कचरा: भूपेंद्र यादव
गुरुग्राम (राकेश भट्ठी)। केन्द्रीय पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने आमजन से अपील की है कि अपने घरों से निकलने वाले कचरे को जैविक और अजैविक, दो भागों में बांटे। इससे स्वच्छ वातावरण बनाने में सहयोग मिलेगा। इसके साथ ही लोग ये संकल्प भी लें कि वे अपने घरों के साथ साथ अपने मोहल्ले व शहर को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी लेते हुए एनवायरमेंट फ्रेंडली लाइफ स्टाइल अपनाएं। वे सोमवार को यहां सेक्टर-44 स्थित अपैरल हाउस में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग तथा केन्द्रीय पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा आयोजित किए जा रहे दो दिवसीय स्वच्छ वायु संवाद के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे।
इस कार्यक्रम में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली की राज्य सरकारें सहयोग कर रही हैं। दो दिवसीय इस संवाद में दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर विभिन्न हितधारकों, स्थानीय निकायों व एजेंसियों की भूमिका सहित प्रदूषण संबंधी चुनौतियों से निपटने के बारे में चर्चा की जाएगी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हम अपनी मदर अर्थ से केवल लेना जानते हैं, लेकिन बदले में हम उसे क्या दे रहे हैं, इसके बारे में भी सोचें। हम उसे कचरा देते हैं, लेकिन उस कचरे को फेंकने के तरीके को भी सुधार लें तो पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद मिल सकती है। सभी लोगों को एनवायमेंट फ्रेंडली लाइफस्टाइल अपनाते हुए पर्यावरण के प्रति अपने उत्तदायित्वों को निभाने की जरूरत है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने की यह अपील
सिटी स्पेसिफिक प्लान बनाना समय की मांग- श्री यादव ने कहा कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण एक बड़ी चुनौती है, जिसके विभिन्न कारक हैं। उन्होंने इन चुनौतियों के समाधान के लिए सिटी स्पेसिफिक प्लॉन बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली एनसीआर में पडऩे वाले मुख्य शहरों में इस क्षेत्र में कार्यरत एजेंसियों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के सहयोग से एक ऐसी योजना बनाई जानी आवश्यक है, जिसमें प्रदूषण संबंधी सभी विषयों को शामिल करते हुए इसके समाधान पर विचार किया जाए। इसके साथ ही, हमें अलग-अलग एजेंसियों के कार्यों व योजनाओं का भी एक दूसरे के कंनवर्जेंस अर्थात जोड़ते हुए आगे बढऩे की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण संबंधी चुनौतियों के स्थाई समाधान के लिए नगरपालिका, स्थानीय निकाय संस्थाएं, स्वयंसेवी संस्थाएं, प्रशासन, जनप्रतिनिधियों सहित सभी लोग अपना सहयोग देकर इसे एक जन आंदोलन बनाएं।
गुरुग्राम में दो दिवसीय स्वच्छ वायु संवाद का शुभारंभ
एन्वायरमेंट फ्रेंडली लाइफस्टाइल पर करें चर्चा- केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज विश्व में संकट के तीन बड़े विषय चर्चा में है, जिसमें जलवायु परिवर्तन, बायोडायवर्सिटी को बचाने व डेजरटीफिकेशन ऑफ लैंड यानी भूमि के मरुस्थलीकरण को रोकना शामिल हैं जिनमें भारत एक बड़ी भूमिका निभा रहा है। केन्द्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर आयोजित कॉप-26 समिट का उल्लेख करते हुए कहा कि उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सदस्य देशों को एन्वायरमेंट फ्रेंडली लाइफस्टाइल का मंत्र दिया था। उन्होंने कहा कि हमारा जीवन एनवायरमेंटल फ्रेंडली लाइफस्टाइल कैसे बने यानी प्रकृति के साथ संतुलन स्थापित करने वाली जीवन पद्धति पर हमें बल देना होगा।