पीडब्ल्यू विद्यापीठ की छात्रा पवनी ने सीबीएसई कक्षा 10वीं परीक्षा 2025 में 99.20% अंक प्राप्त किए

पीडब्ल्यू विद्यापीठ की छात्रा पवनी ने सीबीएसई कक्षा 10वीं परीक्षा 2025 में 99.20% अंक प्राप्त किए

हिसार, 16 मई 2025: एजुकेशन कंपनी फिजिक्सवाला (पीडब्ल्यू) के टेक-सक्षम ऑफलाइन केंद्र पीडब्ल्यू विद्यापीठ ने अपनी छात्रा पवनी की उपलब्धि का जश्न मनाया, जिन्होंने सीबीएसई कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा 2025 में 99.20% अंक प्राप्त किए। हरियाणा के हिसार की निवासी पवनी की यात्रा अत्यंत प्रेरणादायक रही है।
हिसार में पत्रकारों से इस सफलता के बारे में बात करते हुए पवनी ने कहा, कि मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा हमेशा से मेरे माता-पिता को मुझ पर गर्व महसूस कराना रही है। उनका लगातार समर्थन ही मुझे आगे बढ़ाता रहा, और जब भी समय कठिन हुआ, पीडब्ल्यू विद्यापीठ के शिक्षकों और सीनियर्स से बातचीत ने मुझे आगे बढ़ने की हिम्मत दी। अब जब मैं इंजीनियर बनने के सपने के साथ जेईई की तैयारी शुरू कर रही हूं, तो बोर्ड परीक्षा से सीखी गई सारी बातें मेरे साथ हैं। मैंने एक केंद्रित रणनीति अपनाई, एनसीईआरटी की किताबों को ध्यान से पढ़ा, शिक्षकों की मदद से नोट्स बनाए, और पीडब्ल्यू मॉड्यूल्स से रोज़ाना प्रैक्टिस प्रश्न हल किए। अंतिम चरण में, मैंने पिछली सालों के प्रश्न पत्रों और पीडब्ल्यू शिक्षकों द्वारा दिए गए सैंपल पेपरों से रिवीजन किया। मैंने यह समझा कि खुद के प्रदर्शन पर ध्यान देना ज़्यादा ज़रूरी है, बजाय दूसरों से तुलना करने के। हर छात्र की तरह मुझे भी तनाव और थकान का सामना करना पड़ता है, लेकिन मैंने ध्यान और मोटिवेशनल वीडियो देखकर संतुलन बनाए रखा। ये आदतें मुझे ज़मीन से जुड़े रहने और अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहने में मदद करती हैं। फिजिक्सवाला के संस्थापक, शिक्षक और सीईओ अलख पांडे ने पवनी की सफलता पर बधाई देते हुए सन्देश भिजवाया कि ये परिणाम इस बात का प्रमाण है कि नियमित प्रयास और सही संसाधनों का कितना महत्व है। पीडब्ल्यू में हम विभिन्न पृष्ठभूमियों सेआए छात्रों को उनके शैक्षणिक लक्ष्यों की तैयारी में हरसंभव सहयोग देने का प्रयास करते हैं।
पीडब्ल्यू विद्यापीठ के सेंटर हेड पवन कुमार ने इस सफलता पर पवनी को सम्मानित भी किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 23 लाख से अधिक छात्रों ने सीबीएसई कक्षा 10वीं की परीक्षा दी। पावनी का प्रदर्शन उन्हें सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों में शामिल करता है, और यह दर्शाता है कि ऑफलाइन लर्निंग शैक्षणिक सफलता में कितनी प्रभावशाली भूमिका निभा रही है।