गुरुग्राम (राकेश भट्ठी)। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने मंगलवार को जिले के गांव भौंडसी पहुंचकर शहीद हुए तरुण भारद्वाज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि बहादुर गांव का एक और बहादुर बेटा सरहद पर शहीद हो गया है।
16-राजपूत बटालियन से जुड़े शहीद तरुण भारद्वाज पिछले एक साल से सियाचिन में अपनी सेवाएं दे रहे थे। सेना में भर्ती होने के बाद यह उनकी पहली पोस्टिंग थी। नौ सितंबर को नियमित रूप से की जाने वाले पेट्रोलिंग के समय हुए हिमस्खलन की चपेट में आने से उनकी मृत्यु हो गयी थी। तीन भाइयों में सबसे छोटे रहे तरुण ने पिछले वर्ष ही सेना ज्वाइन की थी। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भौंडसी गांव पहुंचकर शहीद तरुण भारद्वाज को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी शहादत को नमन किया। उन्होंने उनके परिजनों से मुलाकात कर अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की।
इस अवसर पर राव ने तरुण के पिता नंदकिशोर भारद्वाज को अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि एक पिता के लिए इस से बड़ा दुख नहीं हो सकता कि उसका जवान बेटा उसके सामने दुनिया से चला जाये। केंद्रीय मंत्री ने शहीद तरुण की मां के पास जाकर उनको सांत्वना देते हुए कहा कि आप धन्य है जो आपने ऐसे वीर बेटे को जन्म दिया। उन्होंने कहा कि यह देश तरुण के मां भारती के लिए दिए सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखेगा।
मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि सरकार की ओर से शहीद तरुण भारद्वाज के परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामवासियों व तरुण के परिवार ने गांव में स्थित पंचायत घर अथवा कम्युनिटी सेंटर का नाम तरुण के नाम पर रखने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही उनके परिवार से उनके भाई या बहन को डीसी रेट पर नौकरी लगाने की मांग भी रखी गयी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उपरोक्त दोनों मांगों को पूरा करवाने के लिए वे अपने स्तर पर हर संभव प्रयास करेंगे।
पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने भी भौंडसी गांव पहुंचकर शहीद तरुण भारद्वाज के परिजनों के समक्ष अपनी संवेदनायें प्रकट की। उन्होंने कहा कि परिवार में तरुण की कमी किन्ही भी अर्थों में पूरी नहीं की जा सकती। इतनी कम उम्र में देश सेवा के लिए अपने प्राण न्योछावर करना यह क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।
