बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत दाखिले शुरू, छात्रों को मिलेगी अत्याधुनिक सुविधाएं और बेहतर भविष्य की राह

बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत दाखिले शुरू, छात्रों को मिलेगी अत्याधुनिक सुविधाएं और बेहतर भविष्य की राह

रोहतक। शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय रोहतक ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दिशा-निर्देशों के अनुरूप शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए दाखिले प्रारंभ हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) एच.एल. वर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व और कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार के प्रशासनिक मार्गदर्शन में शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार नया रूप प्रदान किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह परिवर्तन केवल पाठ्यक्रमों की अद्यतन तक सीमित नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास की दिशा में एक निर्णायक पहल है।
नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय में क्रेडिट आधारित मल्टीपल एंट्री-एग्जिट सिस्टम, विषयों के बीच अंतरविषयी अध्ययन, कौशल विकास के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण, और नवाचार केंद्रित शिक्षण विधियों को लागू किया गया है। यह पहल विद्यार्थियों को अपनी रुचि और सामर्थ्य के अनुसार विषय चयन की स्वतंत्रता देती है, जिससे शिक्षा और रोजगार के बीच की दूरी घटती है। इस परिवर्तनशील शिक्षा प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए विश्वविद्यालय में स्मार्ट क्लासरूम, अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, डिजिटल लाइब्रेरी, ई-लर्निंग संसाधन, और तेज गति वाले इंटरनेट से सुसज्जित हाई-टेक कैंपस जैसी सुविधाओं का विस्तार किया गया है। इसके साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए सुरक्षित और सुसज्जित छात्रावास, नि:शुल्क करियर काउंसलिंग, प्लेसमेंट सपोर्ट, खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में भागीदारी, तथा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सेमिनार/वर्कशॉप में सहभागिता के अवसर भी सुलभ कराए गए हैं।
कुलपति डॉ. एच.एल. वर्मा का कहना है कि नई शिक्षा नीति केवल शिक्षण प्रणाली में सुधार नहीं है, बल्कि यह एक समग्र दृष्टिकोण है, जो विद्यार्थियों को नैतिक, बौद्धिक और व्यावसायिक रूप से सक्षम बनाता है। बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय इस नीति को पूरी निष्ठा से लागू कर रहा है ताकि हर विद्यार्थी को भविष्य की चुनौतियों से निपटने का आत्मबल मिल सके।
वहीं, कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य सिर्फ डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को संस्कारयुक्त वातावरण में शिक्षित कर एक ऐसा नागरिक बनाना है जो आत्मनिर्भर होकर समाज और राष्ट्र के लिए कुछ सार्थक कर सके।
सत्र 2025-26 के लिए विश्वविद्यालय में निम्नलिखित विषयों में यूजी और पीजी कार्यक्रमों में दाखिले शुरू हो चुके हैं। जिसमें कला, विज्ञान, वाणिज्य, प्रबंधन, कंप्यूटर साइंस, शिक्षा, आयुर्वेद, फार्मेसी, नर्सिंग, योग, कानून, कृषि, संस्कृत एवं पारंपरिक विद्याएँ आदी। इन सभी कार्यक्रमों को नई शिक्षा नीति के अनुरूप पुन: संरचित किया गया है ताकि विद्यार्थी एक ओर परंपरागत मूल्यों से जुड़े रहें और दूसरी ओर आधुनिक तकनीकों एवं विचारों के साथ आगे बढ़ सकें। दाखिले से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.bmu.ac.in जा सकते हैं या दाखिला सहायता केंद्र से सीधे संपर्क कर सकते हैं। यह संस्थान लगातार नए शैक्षणिक मापदंड स्थापित कर रहा है और हर साल हजारों विद्यार्थियों के जीवन को नई दिशा देने में सफल हो रहा है।