बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में  “वीएलडीडी” डिप्लोमा कोर्स हुआ शुरू

बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में “वीएलडीडी” डिप्लोमा कोर्स हुआ शुरू

रोहतक, 4 जुलाई । बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय, रोहतक ने ग्रामीण और कृषि क्षेत्र में स्वरोजगार और पशुधन विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वीएलडीडी (पशु चिकित्सा और पशुधन विकास डिप्लोमा) कोर्स की शुरुआत की है। यह दो वर्षीय डिप्लोमा कार्यक्रम पशु चिकित्सा, पशुधन देखभाल और प्रबंधन के व्यावहारिक पहलुओं पर केंद्रित है।
इस महत्वपूर्ण पहल की जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एच एल वर्मा एवं कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार ने साझा की। उन्होंने बताया कि यह कोर्स उन छात्रों के लिए सुनहरा अवसर है, जो पशु चिकित्सा क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं और ग्रामीण विकास में योगदान देना चाहते हैं।
डॉ. वर्मा ने बताया ने बताया कि वीएलडीडी कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को पशुओं की देखभाल, पोषण, रोग पहचान, उपचार, टीकाकरण और पशुधन प्रबंधन की गहन जानकारी दी जाएगी। इस कोर्स से न केवल छात्रों को व्यावसायिक अवसर मिलेंगे, बल्कि वे स्वयं का डेयरी फार्म, पोल्ट्री, बकरी पालन, डेयरी सहायक सेवाएं या पशु औषधालय जैसी सेवाएं भी शुरू कर सकते हैं।
डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधुनिक प्रयोगशालाएं, पशु औषधि कक्ष, प्रशिक्षण केंद्र, अनुभवी फैकल्टी एवं क्षेत्रीय भ्रमण की सुविधाएं छात्रों को प्रदान की जाएंगी, ताकि उन्हें हर स्तर पर व्यावहारिक शिक्षा मिल सके।
इस कोर्स के दौरान छात्रों को पशुओं की देखभाल, दुग्ध उत्पादन, प्रजनन तकनीक, टीकाकरण, पशु औषधियों का प्रयोग आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कोर्स के बाद छात्रों को पशुधन सहायक, डेयरी फार्म मैनेजर, पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सरकारी व निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्रदान होंगे।
इस कोर्स की शुरुआत से बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय ने फिर यह सिद्ध किया है कि वह न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में अग्रणी है, बल्कि समाज और ग्रामीण विकास के लिए भी प्रतिबद्ध है। छात्र इस कोर्स का लाभ उठा कर पशुपालन क्षेत्र में एक सशक्त भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकते है।