विकास मल्होत्रा दिलखुश ज़िम कहो या फिर गुरु जी ये किसी पहचान के मोहताज नहीं है। भिवानी ही नहीं पूरे भारत वर्ष के लोग इन्हें गुरुजी के नाम से संबोधित करते है। विकास मल्होत्रा जी का एक ही नारा है सुबह उठो दौड़ो और नशे से बचते हुए आगे चलो। विकास जी का कहना है कि अच्छी प्रकार से बच्चो का विकास हो इसके लिए उन्हें पढ़ाई के साथ साथ खेलो में भाग अवश्य दिलाना चाहिए चाहे वे जिम जाये या फिर स्टेडियम जाये खेलों में रहेंगे तो ना केवल बुरी संगत से बचेंगे बल्कि नशे से भी दूर रहेंगे और उनका एक लक्ष्य भी निर्धारण होगा। लक्ष्य निर्धारण रहेगा तो बच्चा बुरी संगत से भी बचेगा। विकास मल्होत्रा उर्फ़ गुरु जी का कहना है कि बच्चे का मानसिक व शारीरिक विकास दोनों होने चाहिए इसके लिए उनके माता पिता को उनकी मदद करनी चाहिए।साथ ही उन्होंने बताया कि बच्चो की समय समय पर कौंसलिंग करते रहना चाहिए। उन पर ज़िमेदारियो का बोझ भी डालते रहना चाहिए। उनकी उस काम में मदद भी करते रहना चाहिए कि वे क्या कर रहे है सही कर रहे है या ग़लत इस बात का ख़्याल रखते हुए उनका मार्गदर्शन करते रहना चाहिए। गुरु जी ने बताया कि बच्चे की कच्ची उम्र में अगर उसका सहयोग लेते हुए कार्य करेंगे तो फिर उसको सीखने में भी आसानी होगी और वहाँ अच्छे से अपनी ज़िंदगी में कामयाब हो सकेगा । साथ ही गुरु जी प्रतिदिन किसी ना किसी स्कूल में जाकर बच्चो को भी जागरूक करते है ताकि वे नशे से दूर रह कर सेहत बनाने में अपना समय दे और खूब पढ़ाई करके अपने जीवन को सार्थक करे ।