चंडीगढ़,20 फरवरी- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत में कुल दिव्यांगो में से 75 प्रतिशत दिव्यांग व्यक्ति ग्रामीण इलाकों में रहते हैं, इसलिए सामाजिक संस्थाओं को चाहिये कि वे ऐसे इलाकों को भी अपना कार्यक्षेत्र बनाकर जरूरतमंदों की मदद करें।
राज्यपाल श्री दत्तात्रेय रविवार को फरीदाबाद के सेक्टर 7 स्थित माहेश्वरी भवन में जिला के 1200 से ज्यादा दिव्यांगों को कृत्रिम अंग भेंट करने के उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में परिवहन मंत्री श्री मूलचंद शर्मा भी उपस्थित रहे।
कृत्रिम अंग वितरण समारोह का आयोजन माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट (रजि) फरीदाबाद, जिला रेडक्रास सोसायटी, जिला समाज कल्याण विभाग और भगवान महावीर विकलांग सहायता सीमिती जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। इस दौरान लगभग 1200 से अधिक दिव्यांगों को कृत्रिम पैर, कृत्रिम हाथ (कोहनी से नीचे) पोलियो ग्रस्त व्यक्तियों को कैलीपर्स, बैसाखियां, व्हील चेयर, हाथ से चलाने वाली ट्राई साइकिल और कान से सुनने वाली मशीन भेंट की गई।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आज इस दिव्यांग कल्याण शिविर में आकर मुझे बेहद प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। सभी समाज सेवियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्य मानवता की सच्ची सेवा है। व्यक्ति चाहे शारीरिक रूप से दिव्यांग हो या मानसिक रूप से, वह हमारे समाज का उतना ही महत्वपूर्ण अंग है जितना कोई अन्य आम आदमी। यह प्रकृति की देन है कि दिव्यांगों में ऐसी प्रतिभा विकसित हो जाती है जिसके कारण वे अद्भुत कार्य कर डालते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण हमारे पैरालंपियन हैं, जिन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतकर देश का नाम विश्व गोल्ड मेडल जीत कर रोशन किया है।
दिव्यांगों की सहायता करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने भी दिव्यांगता उन्मूलन तथा दिव्यांग पुनर्वास योजनाएं शुरू की हैं। इसके लिए सरकार पोलियो ड्राप पिलाने, चिकित्सालय खोलने, चिकित्सकों एवं अन्य चिकित्सा कर्मियों की नियुक्ति, सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था शामिल है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। ओटिज्म, सेरेब्रल पालसी, मंदबुद्धि और अनेक अशक्तताओं से जूझ रहे लोगों के कल्याण के लिए नेशनल ट्रस्ट की स्थापना की गई है। दिव्यांगों को कारोबार से जोड़ने के लिए नेशनल हेंडीकैप्ड फाइनैंस एंड डेवलपमेंट कोर्पोरेशन की स्थापना की गई है। इस कोर्पोरेशन द्वारा दिव्यांगों को अपना व्यापार शुरू करने के लिए 5 लाख रूपये तक का बिजनेस लोन दिया जा रहा है।
राज्यपाल श्री दत्तात्रेय रविवार को फरीदाबाद के सेक्टर 7 स्थित माहेश्वरी भवन में जिला के 1200 से ज्यादा दिव्यांगों को कृत्रिम अंग भेंट करने के उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में परिवहन मंत्री श्री मूलचंद शर्मा भी उपस्थित रहे।
कृत्रिम अंग वितरण समारोह का आयोजन माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट (रजि) फरीदाबाद, जिला रेडक्रास सोसायटी, जिला समाज कल्याण विभाग और भगवान महावीर विकलांग सहायता सीमिती जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। इस दौरान लगभग 1200 से अधिक दिव्यांगों को कृत्रिम पैर, कृत्रिम हाथ (कोहनी से नीचे) पोलियो ग्रस्त व्यक्तियों को कैलीपर्स, बैसाखियां, व्हील चेयर, हाथ से चलाने वाली ट्राई साइकिल और कान से सुनने वाली मशीन भेंट की गई।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आज इस दिव्यांग कल्याण शिविर में आकर मुझे बेहद प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। सभी समाज सेवियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्य मानवता की सच्ची सेवा है। व्यक्ति चाहे शारीरिक रूप से दिव्यांग हो या मानसिक रूप से, वह हमारे समाज का उतना ही महत्वपूर्ण अंग है जितना कोई अन्य आम आदमी। यह प्रकृति की देन है कि दिव्यांगों में ऐसी प्रतिभा विकसित हो जाती है जिसके कारण वे अद्भुत कार्य कर डालते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण हमारे पैरालंपियन हैं, जिन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतकर देश का नाम विश्व गोल्ड मेडल जीत कर रोशन किया है।
दिव्यांगों की सहायता करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने भी दिव्यांगता उन्मूलन तथा दिव्यांग पुनर्वास योजनाएं शुरू की हैं। इसके लिए सरकार पोलियो ड्राप पिलाने, चिकित्सालय खोलने, चिकित्सकों एवं अन्य चिकित्सा कर्मियों की नियुक्ति, सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था शामिल है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। ओटिज्म, सेरेब्रल पालसी, मंदबुद्धि और अनेक अशक्तताओं से जूझ रहे लोगों के कल्याण के लिए नेशनल ट्रस्ट की स्थापना की गई है। दिव्यांगों को कारोबार से जोड़ने के लिए नेशनल हेंडीकैप्ड फाइनैंस एंड डेवलपमेंट कोर्पोरेशन की स्थापना की गई है। इस कोर्पोरेशन द्वारा दिव्यांगों को अपना व्यापार शुरू करने के लिए 5 लाख रूपये तक का बिजनेस लोन दिया जा रहा है।