भिवानी(सुमित जांगड़ा):खेल नगरी भिवानी एक बार फिर गर्व से सराबोर हो उठी, जब मूल रूप से गांव धनाना निवासी शमशेर सिंह की पुत्री खुशी घणघस ने 18वीं राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में 70 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर एक बार फिर से जिला व प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने का काम किया। पदक विजेता खिलाड़ी खुशी का स्थानीय सैक्टर-13 में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में दि भिवारी रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान (आजीवन उपलब्धि पुरस्कार प्राप्त) रामकिशन शर्मा, डा. फूल सिंह धनाना सहित अनेक लोगों ने स्वर्ण पदक विजेता खुशी घणघस का फूल-माला एवं नोटों की माला पहनाकर सम्मान किया। इस मौके पर डा. फूल सिंह धनाना ने कहा कि खुशी घणघस का परिवार मूल रूप से गांव धनाना के निवासी है, जो फिलहाल गांव मेंहदा में रहते है। उन्होंने कहा कि खुशी घणघस ने राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर खेल के प्रति जुनून व मेहनत का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि खुशी ने कठिन परिश्रम और समर्पण के साथ अभ्यास किया और कठिन चुनौतियों के बावजूद कभी हार नहीं मानी, जिसका परिणाम आज सभी के सामने है। उन्होंने कहा कि खुशी ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर ना केवल अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है, बल्कि अन्य बेटियों के लिए भी अपने सपनों की उड़ान भरने के लिए प्रेरणा बनी है। उन्होंने कहा कि यदि बेटियों को उचित मार्गदर्शन, संसाधन और हौसला मिले तो वे हर क्षेत्र में बुलंदियों को छू सकती हैं। वही इस मौके पर खुशी घणघस ने अपनी जीत का श्रेय अपने पिता शमशेर सिंह, माता कविता व कोच को देते हुए कहा कि यह उपलब्धि उनके लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ उनकी जीत नहीं, बल्कि उनके माता-पिता, कोच और पूरे भिवानी जिला की जीत है। उन्होंने कहा कि उनका सपना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पदक जीतना है, जिसके लिए वे कड़ी मेहनत कर रही है। इस अवसर पर पूर्व चेयरमैन विजय पंचगांवा, प्रधान दिलबाग सांगवान, कमल सिंह प्रधान, खाप प्रवक्ता नफे सिंह घणघस, प्रधान धर्मबीर नेहरा, प्रधान संदीप तंवर, आईजी राजपाल, पार्षद सूर्या, रामदेव तायल, डीएसपी जगबीर बामला, प्रकाश ठेकेदार, पार्षद संदीप यादव सहित अन्य खेलप्रेमी मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन : राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक विजेता खुशी घणघस को सम्मानित करते डा. फूल सिंह धनाना।
