कांग्रेस की ना कोई निती न नियत- दलाल
कांग्रेस सत्ता हथियाना चाहती है, पर लोग ऐसा नहीं होने देंगे- दलाल
ममता ने तो किसानों के 6-6 हज़ार रू तक रोक दिये- दलाल
किसान आंदोलन पर बोले जेपी दलाल
आंदोलन के पिछे कई नेताओं की है राजनितीक मंशा- दलाल
भिवानी 22 मार्च : हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने पश्चिम बंगाल व असम में भाजपा की जीत का दावा करते हुये कांग्रेस पर निशाना साधा है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस द्वारा किसान आंदोलन को राजनितीक रूप देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे बड़ा संकट पानी का होगा, जिसके लिए पानी की बर्बादी रोकनी होगी और ड्रिप इरिगेशन पर ज़ोर देना होगा।
कृषि मंत्री सोमवार को अपने आवास पर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान उनहोने मीडिया से बातचीत में सबसे पहले किसान आंदोलन पर कहा कि ये आंदोलन डर दिखा कर शुरू किया गया था। डर दिखाया कि मंडी व एमएसपी बंद होंगी तथा ज़मीन चली जाएगी। पर हरियाणा में मंडी भी है और ख़रीद एमएसपी से ज़्यादा रेट पर हो रही है। उन्होंने कहा कि आंदोलन को राजनिती से दूर रखने की बात कही थी लेकिन अब कांग्रेस किसान पंचायत कर रही है और कुछ नेता दूसरे प्रदेशों में भाजपा को हराने के लिए प्रचार कर रहे है।
जेपी दलाल ने दावा किया कि पश्चिमी बंगाल व असम में भाजपा काल जीत होगी। क्योंकि ममता ने तो बंगाल में केन्द्र द्वारा किसानों को दिये जाने वाले 6-6 हज़ार रुपए तक रोक लिये और कांग्रेस का जनाधार ख़त्म हो चुका है। कांग्रेस तो केवल जैसे तैसे सत्ता हथियाना चाहती है, पर लोग ऐसा होने नहीं देंगे। साथ ही उन्होने कहा कि पीएम मोदी ने आयात होने वाले पाम ऑयल पर रोक लगाई जिसमें करोड़ों रू के घोटाले होते थे। दलाल ने कहा कि इससे घोटालेबाज़ी रूकी और हमारे सरसों के तेल की माँग बढ़ी दो पाम ऑयल से बहुत बढ़िया है।
जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा सरकार भी किसानों को केन्द्र की तर्ज़ पर 6-6 हज़ार रूपये देगी। जिससे किसानों की बिमा व अन्य क़िस्तों सरकार भरेगी। उन्होने कहा कि हमारी नीतियों की बदौलत आज सरसों व कपास एमएसपी से ज़्यादा रेट पर बिक रही हैं और जो प्रचार किया गया था कि मंडी व एमएसपी ख़त्म होंगी और ज़मीन चली जाएँगी वो ग़लत साबित हुआ। जेपी दलाल ने कहा कि पीएम मोदी व सीएम मनोहरलाल किसानों के हित में हर काम तरने को तैयार हैं।
जल दिवस पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि इस साल अभुतपुर्व जल संकट है। पानी को पैदा नहीं किया जा सकता ना ही बनाया जा सकता। ऐसे में दुनिया में सबसे बड़ा संकट पानी का है। उन्होने कहा कि पानी की बर्बादी रोक कर व ड्रिप इरीगेशन को बढ़ाना देना ही इसका समाधान है। उन्होने कहा कि लिए हमने पहले ही तैयारी शुरू कर दी है और निर्देश दिये हैं कि पहले पीने के पानी के लिए जलघर व तालाब भरें जाएँ और बाद में सिंचाई के लिए प्रयोग किया जाए।
कृषि मंत्री ने बताया की प्रदेश में किसानों की फसलों को निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदा जा रहा है। किसानों की सुविधा को मध्य नजर रखते हुए अनाज मंडियों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी खरीद केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं ताकि किसानों को अपना अनाज बेचने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।