सतलुज जल विद्युत निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के पद पर रह चुके नंदलाल -चंडीगढ़। सतलुज जल विद्युत निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) नंदलाल शर्मा हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) के नये चेयरमैन होंगे। हिमाचल प्रदेश के सेवानिवृत्त आईएएस नंदलाल शर्मा ने बिजली निगमों के मौजूदा चेयरमैन एवं रिटायर्ड आइएएस अधिकारी पीके दास को इस दौड़ में पछाड़ते हुए हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग के चेयरमैन का पद हासिल किया है। इस पद के लिए 31 आवेदन आए थे, लेकिन पीके दास और नंदलाल शर्मा के नाम पैनल में भेजकर फैसला सरकार पर छोड़ दिया गया था।
हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग के चेयरमैन पद पर पीके दास की नियुक्ति तय मानी जा रही थी, लेकिन नंदलाल शर्मा की लॉबिंग काम आ गई और पीके दास का नाम दूसरे नंबर पर रह गया। चेयरमैन के पद पर आरके पचनंदा का कार्यकाल 22 अक्टूबर को पूरा हो चुका था,तब से यह पद खाली चल रहा था।
नंदलाल शर्मा इससे पहले सतलुज जल विद्युत निगम में निदेशक (कार्मिक) के पद पर कार्यरत रहे हैं। सतलुज जल विद्युत निगम में भारत सरकार की 64.46 फीसद, हिमाचल सरकार की 25.51 फीसद व जनता की 10.03 फीसद की शेयर होल्डिंग है। यह निगम हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, गुजरात, राजस्थान व अरुणाचल प्रदेश के अलावा पड़ोसी देशों नेपाल व भूटान में विद्युत परियोजना का कार्यान्वयन कर रहा है। निगम की मौजूदा स्थापित क्षमता 1959.6 मेगावाट है, जिसमें 1912 मेगावाट जलविद्युत व 47.6 मेगावाट पनविद्युत शामिल है।
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले से संबंध रखने वाले नंदलाल ने बिलासपुर तथा ऊना जिले में सरकारी स्कूलों से प्रारंभिक शिक्षा के बाद डॉ.वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी (सोलन) से बीएससी कृषि की शिक्षा प्राप्त की, जिसमें वे गोल्ड मेडलिस्ट रहे। उन्होंने एमएससी कृषि अर्थशास्त्र में 1987 में आनर्स प्रमाणपत्र के साथ हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर से की।
हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी नंदलाल शर्मा विभिन्न पदों पर रहे। उन्होंने सहायक कमीश्नर चंबा, एसडीएम अर्की, एसडीएम बडसर, मुख्यमंत्री के उपसचिव, सचिव एचपीएसईबी, भू-अधिग्रहण समाहर्ता मंडी व शिमला, कमीश्नर विशेष सचिव सामान्य प्रशासन विभाग व स्वास्थ्य और निदेशक आयुर्वेद के पद पर सेवाएं दी हैं।

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