स्वरोजगार ही आत्मनिर्भर भारत की असली ताकत – डॉ. एस.के. सिंह

स्वरोजगार ही आत्मनिर्भर भारत की असली ताकत – डॉ. एस.के. सिंह

बहल।
स्वरोजगार समय की सबसे बड़ी जरूरत है। स्वरोजगार से ही आत्मनिर्भर भारत की कल्पना साकार हो सकती है और इसमें अपार संभावनाएं हैं। युवाओं को नौकरी की बजाय स्वरोजगार को अपनाना चाहिए। यह विचार बीआरसीएम संस्थान के निदेशक डॉ. एस.के. सिंह ने जीटी रियल्टी ऑर्बिट इंडस्ट्रियल पार्क द्वारा आयोजित “लघु उद्योग से उद्यमिता का विकास” कार्यक्रम में व्यक्त किए।

डॉ. सिंह ने कहा कि नाम भले ही लघु उद्योग है, लेकिन यही बड़े उद्योगों की सीढ़ी साबित होते हैं। कई बड़े उद्योगपतियों ने लघु उद्योग से ही अपनी शुरुआत की थी। उन्होंने ऑर्बिट इंडस्ट्रियल पार्क के प्रबंध निदेशक गजानंद अग्रवाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने क्षेत्र के लिए लघु उद्योगों हेतु वेयरहाउस उपलब्ध कराकर सराहनीय पहल की है।

उद्योगपति गजानंद अग्रवाल ने कहा कि उनका सपना था कि बहल एक औद्योगिक हब के रूप में स्थापित हो। इसी सोच के साथ इस पार्क की स्थापना की गई है।

कार्यक्रम को डॉ. एन.पी. गौड़, सुशील केडिया, रामसिंह जांगड़ा, डॉ. दयानंद जावला ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

समारोह में बीआरसीएम संस्थान निदेशक डॉ. एस.के. सिंह, मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन सुशील केडिया, बहल मार्केट कमेटी वाइस चेयरमैन रामचंद्र टांडी, महंत विकास गिरी महाराज, समाजसेवी प्रमोद अग्रवाल, ओमप्रकाश अग्रवाल, सीए दीपांशु अग्रवाल, डॉ. सुनील चावला, डॉ. दयानंद जावला, डॉ. बिजेंद्र कस्वा, एन.पी. गौड़, मुरारी जांगड़ा, हनुमान शर्मा पाजू, पूर्व सरपंच सतपाल सुधीवास, संदीप श्योराण, रामावतार बंसल, राकेश भाठोलिया, सुशील चैहड़िया, चानन मल मंढोली, रामकिशन सोनी, नरेश सोनी, मुकेश सुरपुरिया, रितेश लाखलाण, पवन सोनी, संदीप लाखलाण, जयकुमार शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।