भिवानी, 01 जुलाई : अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी व संयुक्त किसान मोर्चा भिवानी के प्रतिनिधि मंडल ने संयुक्त रूप से खरीफ फसल 2023 में क्षेमा फसल बीमा कम्पनी द्वारा 350 करोड़ रुपये के बीमा फ्रॉड के विरोध में व रबी फसल 2022-23 का 308 करोड़ रुपये बकाया मुआवजा देने व किसानों की अन्य मांगों को लेकर भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद चौ. धर्मबीर सिंह, राज्यसभा सांसद किरण चौधरी, सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी व भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ को ज्ञापन दिए। सांसद के आवास पर ज्ञापन चौधरी धर्मबीर को दिया, राज्यसभा सांसद व सिंचाई मंत्री के आवास पर ज्ञापन उनके पीए दिलबाग नीमड़ी व विधायक के आवास पर ज्ञापन उनके पीए आनंद सिंह तंवर को दिया।
इस मौके पर किसान सभा के जिला प्रधान रामफल देशवाल, उपप्रधान कामरेड ओमप्रकाश, सह सचिव कविता आर्य व कर्ण सिंह जैनावास ने आरोप लगाया कि क्षेमा बीमा कंपनी ने यह फ्रॉड राज्य के कृषि कल्याण विभाग के डारेक्टर व ज्वाईंट डारेक्टर के साथ मिल कर किया। ऐसे में अब किसान चाहते हैं कि इस फ्रॉड की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो, दोषी गिरफतार हो व किसानों को ब्याज समेत बकाया बीमा क्लेम की राशि मिले, 2022-23 का 308 करोड़ रुपये बकाया मुआवजा मिले, किसानों को बकाया ट्यूव्बैल कनेक्शन जारी हो, डीएपी, यूरिया खाद की प्रयाप्त आपूर्ति हो, बिजली टावरों व तेल पाईप लाईन का न्यायोचित मुआवजा मिले, बिजली निजिकरण, सर्माट मीटर लाने की नीति वापिस हो, बढाए गये बिजली रेट वापिस हो सहित 14 मागों को लागू करवाने के लिए ज्ञापन सौंपे।
किसान प्रतिनिधिमंडल बारिश में ही पानी में चलकर इन जनप्रतिनिधियों के आवास पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ तो 16 जुलाई से लोहारू उपमंडल अधिकारी नागरिक के कार्यालय पर दिन रात 24 घंटे का अनिश्चितकालीन पड़ाव डाला जाएगा। जब तक बीमा फ्रॉड व बकाया मुआवजे के साथ अन्य मांगों का समाधान नहीं होगा, तब तक पड़ाव जारी रहेगा।
प्रतिनिधि मंडल में किसान सभा नेता मास्टर शेर सिंह, डा. बलबीर ठाकन, रणधीर सांगवान, अशोक आर्य एडवोकेट, नरेश शर्मा, राजबीर कादियान, प्रताप सिंह सांगवान, महाबीर फोजी, बलवान दरोगा, अनूप राठी, मजदूर संगठन सीटू नेता सुखदेव पालवास सहित कई नेता शामिल रहे।
इस मौके पर किसान सभा के जिला प्रधान रामफल देशवाल, उपप्रधान कामरेड ओमप्रकाश, सह सचिव कविता आर्य व कर्ण सिंह जैनावास ने आरोप लगाया कि क्षेमा बीमा कंपनी ने यह फ्रॉड राज्य के कृषि कल्याण विभाग के डारेक्टर व ज्वाईंट डारेक्टर के साथ मिल कर किया। ऐसे में अब किसान चाहते हैं कि इस फ्रॉड की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो, दोषी गिरफतार हो व किसानों को ब्याज समेत बकाया बीमा क्लेम की राशि मिले, 2022-23 का 308 करोड़ रुपये बकाया मुआवजा मिले, किसानों को बकाया ट्यूव्बैल कनेक्शन जारी हो, डीएपी, यूरिया खाद की प्रयाप्त आपूर्ति हो, बिजली टावरों व तेल पाईप लाईन का न्यायोचित मुआवजा मिले, बिजली निजिकरण, सर्माट मीटर लाने की नीति वापिस हो, बढाए गये बिजली रेट वापिस हो सहित 14 मागों को लागू करवाने के लिए ज्ञापन सौंपे।
किसान प्रतिनिधिमंडल बारिश में ही पानी में चलकर इन जनप्रतिनिधियों के आवास पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ तो 16 जुलाई से लोहारू उपमंडल अधिकारी नागरिक के कार्यालय पर दिन रात 24 घंटे का अनिश्चितकालीन पड़ाव डाला जाएगा। जब तक बीमा फ्रॉड व बकाया मुआवजे के साथ अन्य मांगों का समाधान नहीं होगा, तब तक पड़ाव जारी रहेगा।
प्रतिनिधि मंडल में किसान सभा नेता मास्टर शेर सिंह, डा. बलबीर ठाकन, रणधीर सांगवान, अशोक आर्य एडवोकेट, नरेश शर्मा, राजबीर कादियान, प्रताप सिंह सांगवान, महाबीर फोजी, बलवान दरोगा, अनूप राठी, मजदूर संगठन सीटू नेता सुखदेव पालवास सहित कई नेता शामिल रहे।
